Film City In Uttar Pradesh: मुंबई की फिल्म सिटी का नजारा जल्द ही उत्तर प्रदेश में भी नजर आने वाला है। फिल्म सिटी जैसे नजारा उत्तर प्रदेश में लाने का सपना साकार करने की कवायद में जुटे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2 दिनों के मुंबई दौरे पर है। इस दौरान इस 2 दिन के दौरे के दौरान वह अगले महीने लखनऊ में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले यूपी में इन्वेस्ट करने की संभावनाओं को लेकर कई उद्योगपतियों से मुलाकात करने वाले हैं। इस कड़ी में आज दोपहर में मुंबई में योगी आदित्यनाथ ने रोड शो भी किया और शाम को उन्होंने कई फिल्म निर्माताओं से मुलाकात भी की।
मुबंई दौरे पर सीएम योगी
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के इस दौरे को लेकर महाराष्ट्र के विपक्ष की ओर से कई तरह के सवाल भी उठाए गए हैं और पूछा गया है कि- क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा कहीं मुंबई की फिल्म सिटी को यूपी में शिफ्ट करने की तो नहीं है…? इन सभी सवालों का जवाब खुद मुख्यमंत्री ने एक मीडिया कांफ्रेंस के दौरान दे दिया है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि मुंबई तो मुंबई है… यह शहर अर्थव्यवस्था की भूमि है। इसे देश की आर्थिक राजधानी कहा जाता है। यूपी भारत की धर्म भूमि मानी जाती है। यूपी भारत की धार्मिक राजधानी है। मुंबई से फिल्म सिटी ले जाना… हमारा ऐसा कोई विचार नहीं है… हम तो वहां खुद की फिल्म सिटी तैयार करना चाहते हैं और कर भी रहे हैं।
राजनीति का मुद्दा बनी फिल्म सिटी
गौरतलब है कि फिल्म सिटी को मुंबई से यूपी शिफ्ट किए जाने के सवालों पर एनसीपी नेता जितेंद्र ने भी कल शाम को कहा था कि- योगी आदित्यनाथ आए-जाए… इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मुंबई की शान हमेशा से निराली रही है। मुंबई मराठी माणूस की है। गोरखपुर को मुंबई बनाने में अभी हजार साल लगेंगे… मुंबई में जो फिल्म सिटी उद्योग के विकास के लिए जो माहौल है… वह यूपी में वह कहां से लाएंगे।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी रखा पक्ष
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फिल्म सिटी के सपने को लेकर मुंबई दौरे पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी अपना पक्ष जाहिर किया। हालांकि संजय राउत का यह पक्ष महाविकास आघाडी के बाकी नेताओं की राय से अलग-थलग नजर आया। संजय राउत ने इस दौरान लोगों की शंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि- मुंबई की फिल्म सिटी को यूपी में कहीं शिफ्ट किया जा सकता है… यह सब बातें काल्पनिक बातें लगती है कि अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षित मुंबई से जाकर लखनऊ या नोएडा में रहे। मुंबई की फिल्म सिटी कोई जेब में ले जाने की चीज नहीं है।
संजय राउत ने और भी कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ अपने राज्य में उद्योग के क्षेत्र को विकसित करने का काम कर रहे हैं। इस कड़ी में वह उद्योग विकसित करने के लिए निवेशकों को आकर्षित करने आए हैं, जिसमें किसी को कोई एतराज नहीं है। अपने राज्य में फिल्म सिटी तैयार करना चाहते हैं… इसमें भी कोई गलत बात नहीं है।
उन्होंने आगे कहा- दक्षिण भारत के अलग-अलग राज्यों में भी उनकी अपनी-अपनी फिल्म सिटी है, ऐसे में इसमें भी किसी को एतराज नहीं है। एतराज तो तब होना चाहिए, जब महाराष्ट्र के हक के उद्योग को दूसरे राज्यों में भेजा जाता है। ऐतराज़ तब होता है जब योगी आदित्यनाथ मुंबई आते हैं तो इन्वेस्टमेंट जुटाने के नाम पर मुंबई में रोड शो करने लगते हैं… यह बीजेपी का राजनैतिक तरीका है।