IPL 2023 Update: क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक अच्छी खबर है। दरअसल इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) यानी आईपीएल के 16वें सीजन (IPL 16th Season) की शुरुआत जल्द ही होने वाली है। जानकारी के मुताबिक आईपीएल के इस सीजन (IPL New Season) का आगाज शुक्रवार को कोच्ची में ऑक्शन के मंच से किया जाएगा। इस दौरान आईपीएल ऑक्शन (IPL Auction) में कुल 405 खिलाड़ियों को लेकर बोली लगेगी। खास बात यह है कि इस दौरान सभी 10 टीमों के पास 206.6 करोड रुपए का बजट मौजूद है। आईपीएल की नीलामी (IPL Auction 2023) में खिलाड़ियों पर जमकर इस बार भी पैसों की बरसात होने वाली है। फ्रेंचाइजी के बीच खिलाड़ियों को खरीदने की रेस को लेकर अभी से चर्चा शुरू हो गई है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार कौन सी फ्रेंचाइजी अपने किस खिलाड़ी पर कितने करोड़ का दांव खेलती है।
IPL में हर साल लगती है करोड़ों की बोला
यह बात तो हर कोई जानता है कि आईपीएल के ऑप्शन में हर बार खिलाड़ियों पर लाखों करोड़ों का दांव खेला जाता है। इतना ही नहीं कई बार तो ऑक्शन की शुरुआत ही 1 करोड़ रुपए की बोली से होती है और कब यह बोली 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाती है यह पता भी नहीं चलता है। ऐसे में कुल मिलाकर हर बार आईपीएल के ऑक्शन में करोड़ों की बरसात होती है, लेकिन खिलाड़ियों के खर्च के लिए इतना पैसा आखिर इन फ्रेंचाइजी के पास कहां से आता है…? आखिर क्यों यह खिलाड़ियों पर इतना पैसा लुटाते हैं…? आईपीएल मैच के दौरान आखिर कहां से और कितने तक की कमाई कर यह फ्रेंचाइजी मुनाफा कमाती है…? यह सवाल हमेशा लोगों के मन में घुमते है, ऐसे में आइये हम आपकों इसके बारे में डिटेल में बताते हैं।
क्या है आईपीएल की कमाई का सबसे बड़ा जरिया
आईपीएल के मैच को लेकर हर बार लोगों के बीच एक अलग ही तरह का रुझान देखने को मिलता है। आईपीएल को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा संचालित किया जाता है। ऐसे में दोनों के लिए आईपीएल मैच के दौरान कमाई का सबसे बड़ा जरिया मीडिया और इसके ब्रॉडकास्टर होते हैं। आईपीएल की फ्रेंचाइजी अपने मीडिया राइट्स और ब्रॉडकास्ट के राइट्स को बेचकर ही सबसे ज्यादा मुनाफा कमाती है। मौजूदा ब्रॉडकास्टर की बात करें तो बता दें कि फिलहाल ब्रॉडकास्ट का राइट स्टार स्पोर्ट्स के पास है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शुरुआत में ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से होने वाली कमाई का 20 फीसदी हिस्सा बीसीसीआई के खाते में चला जाता था और लगभग 80% की रकम टीम को दी जाती थी, लेकिन अब इसमें बदलाव हो गया है और आज दोनों के बीच 50-50 फीसदी की साझेदारी होती है।
विज्ञापनों से होती है अंधाधुंध कमाई
आईपीएल मैच में फ्रेंचाइजी मीडिया ब्रॉडकास्ट के राइट को बेचने के अलावा विज्ञापनों के जरिए भी अंधाधुन कमाई करती है। दरअसल आईपीएल खेलने वाले खिलाड़ी की टोपी से लेकर उसकी जर्सी और हेलमेट सभी पर अलग-अलग कंपनियों के नाम को लेकर ये फ्रेंचाइजियां कंपनी से भारी-भरकम रकम वसूली है। आईपीएल के दौरान फ्रेंचाइजी के खिलाड़ी कई अलग-अलग तरह के विज्ञापन भी करते हैं, जिसके जरिए मोटी कमाई होती है। कुल मिलाकर एडवरटाइजमेंट के जरिए आईपीएल अच्छी खासी कमाई की जाती है।
तीन हिस्सों में बढ़ता है आईपीएल की कमाई का पैसा
ऐसे में अब बात अगर इन टीमों की कमाई की करें तो बता दें कि सबसे पहले आईपीएल की टीमों की कमाई को तीन हिस्सों यानी सेंट्रल रिवेन्यू, प्रोफेशनल रिवेन्यू और लोकल रिवेन्यू में बांटा जाता है, जो कि मीडिया ब्रॉडकास्टिंग राइट और टाइटल स्पॉन्सर सिप के जरिए आता है। इससे टीम की कमाई का लगभग 60 फीसदी से लेकर 70 फीसदी तक का हिस्सा आता है।
इसके साथ ही बात इसके दूसरे जरिए की करें तो वह विज्ञापन और प्रमोशनल रिवेन्यू से आता है, जिसमें टीम करीबन 20 फीसदी से 30 फ़ीसदी की कमाई करती है ।वही बात लोकल रिवेन्यू की करें तो टीमों की कमाई का 10% हिस्सा यहीं से आता है। इसमें टिकट की बिक्री से लेकर कुछ अन्य चीजें भी शामिल होती है। ऐसे में यह कमाई का स्तर हर साल इसकी बिक्री पर ही निर्भर करता है।
गौरतलब है कि आईपीएल के हर सीजन में 7 से 8 घरेलू मैचों के साथ फ्रेंचाइजी मालिक टिकट बिक्री से अनुमानित 80 फीसदी तक के रेवेन्यू को अपने पास रखते हैं। बाकी के बचे 20 फीसदी के रेवेन्यू को वह बीसीसीआई और इसके आयोजकों के बीच बांट दिया जाता है। इसके साथ ही टिकट की बिक्री से होने वाली कमाई की बात करें, तो बता दे कि इसका आमतौर पर टीम के राजस्व का 10 से 15% का हिस्सा दिया जाता है। टीम मर्चेंडाइज जैसे टोपी, जर्सी और अन्य सामान को बेचकर भी अच्छी खासी कमाई की जाती है।
पापुलैरिटी पर डिपेंड करता है मुनाफा
साल 2008 आईपीएल की शुरुआत की गई थी, जिसके हिसाब से साल 2023 में आईपीएल का 16वां सीजन खेला जाएगा। वही बात 2008 के पहले सीजन की करें तो बता दें कि इस दौरान भारतीय बिजनेसमैन और बॉलीवुड के कुछ बड़े नामों ने आठ शहर बेस्ट फ्रेंचाइजी खरीदने के लिए कुल 723.59 मिलियन डॉलर खर्च किए थे। वही आज डेढ़ दशक बाद यानी 16वें सीजन में आईपीएल की लोकप्रियता और इसकी मार्केट बिजनेस वैल्यू को देखते हुए इसमें कई गुना इजाफा हुआ है।
साल 2021 में सीवीसी कैपिटल (जो कि एक ब्रिटिश इक्विटी फर्म है) ने गुजरात टाइटंस की फ्रेंचाइजी के लिए लगभग 740 मिलियन डॉलर का भुगतान किया था, जिसका दायरा आज काफी ज्यादा बढ़ गया है। हर साल होने वाले आईपीएल ऑक्शन खिलाड़ियों की कीमत का दायरा लोगों को हैरान करता है। ऐसे में 1 साल 2023 के आईपीएल ऑक्शन में कौन सा खिलाड़ी सबसे महंगा साबित होता है, यह तो ऑप्शन की शुरुआत के बाद ही पता चलेगा।
2022 में IPL का सबसे महंगा खिलाड़ी कौन था?
वहीं बात बीते साल 2022 के IPL ऑक्शन की करें तो याद दिला दे कि इस ऑक्शन में भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन इस नीलामी में सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी रहे थे। इस दौरान ऑक्शन में ईशान किशन 15 करोड़ रुपये पाने वाले इकलौते क्रिकेटर बनेे थे। IPL ऑक्शन में उन्हें उनकी पुरानी टीम मुंबई इंडियंस ने ही 15.25 करोड़ रुपये में खरीदा था। इसके अलावा बीते साल के IPL ऑक्शन में इंग्लैंड के ऑलराउंडर लियाम लिविंग्स्टन पूरे IPL टूर्नामेंट के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने थे।