G20 Summit 2023 In India: भारत इस साल G20 की अध्यक्षता करने जा रहा है। इस कड़ी में भारत सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर के मद्देनजर बदलाव एवं तैयारियां करने में युद्ध स्तर पर जुट गई है। इस कड़ी में जी-20 इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की दो दिवसीय बैठक महाराष्ट्र के पुणे में शुरू हो गई है। खास बात यह है कि इस बैठक में हिस्सा लेने वाले देश और संगठन बुनियादी ढांचे के निवेश के विभिन्न पहलुओं पर इस बैठक के दौरान गहन चर्चा एवं मंथन करने वाले हैं।
बता दे भारत सरकार की ओर से G20 के मद्देनजर जारी की गई प्रेस रिलीज में बताया गया है कि इस बैठक में आईडब्ल्यूजी के सदस्य राष्ट्रों, अतिथि राष्ट्रों और भारत की तरफ से आमंत्रित अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 65 प्रतिनिधि सम्मिट में हिस्सा लेंगे। इस दौरान भारत की G20 की अध्यक्षता के तहत 2023 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंटों को लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक में तैयारियों पर चर्चा होगी।
बैठक में क्वालिटी निवेश पर रहेगा फोकस
मालूम हो कि इस प्रेस रिलीज में यह भी बताया गया है कि वित्त मंत्रालय का आर्थिक कार्य विभाग और भारत सरकार आईडब्ल्यूजी की 2 सदस्य बैठक की मेजबानी कर रहा है, जबकि ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील इसके अध्यक्ष होंगे। G20 इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप बुनियादी ढांचे में निवेश के सभी पहलुओं पर विचार करने के साथ-साथ चर्चा भी करेगा, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर की गुणवत्ता पूर्ण निवेश को बढ़ावा देने और बुनियादी ढांचे में निवेश करने के लिए आर्थिक स्रोतों को इकट्ठा करने एवं जरूरी साधनों की पहचान करने जैसे सभी मुद्दे शामिल होंगे।
इन शहरों में बनेंगे आर्थिक विकास केंद्र
बता दे जी-20 प्रेसिडेंसी की थीम शहरों को विकास का केंद्र बनाने के लिए है। ऐसे में जी-20 की थीम शहरी बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण भविष्य के लिए तैयार करने में भी किया जाएगा। इसके साथ ही शहरी बुनियादी ढांचे का निर्माण, ऊर्जा कुशल और पर्यावरण की दृष्टि से स्थाई बुनियादी ढांचे के लिए निजी वित्तपोषण को अनलॉक करने पर भी चर्चा होगी। बता दे जी-20 की थीम समाजिक असंतुलन को कम करने के लिए और वित्तीय निवेश को निर्देशित करने के विभिन्न पहलुओं पर इस बैठक के दौरान ही ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
जी-20 के यह मुद्दे भारत के लिए बनेंगे चुनौती
G20 की अध्यक्षता के तहत बदलते भारत को लेकर भविष्य के शहरों के निर्माण के लिए तकनीकी एवं प्रबंधकीय क्षमता से संबंधित जरूरी विषयों एवं बढ़ते निजी वित्त पोषण में निवेशकों के विचार और आने वाले समय में शहरों की वित्तीय क्षमता की जरूर तो पर भी चर्चा होगी। बता दें कि भारत G20 की अध्यक्षता के दौरान G20 स्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप का उपयोग एक मंच के तौर पर किया जाएगा। इस दौरान इन चुनौतियों को लेकर खासतौर पर मंच पर चर्चा भी की जाएगी, जिसके मद्देनजर कई शहरों का सपना साकार किया जाएगा।
इसके साथ ही शहरों को योग्य बनाने के लिए एक खाका भी तैयार किया जाएगा, जिसे लेकर G20 सम्मिट की तैयारी कर रहे अधिकारियों का कहना है कि वित्त मंत्रालय G20 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडे को आगे बढ़ाएगा। साथ इस दौरान इस बात को भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जी-20 नए विचारों की कल्पना करने और सामूहिक कार्रवाई में तेजी लाने के लिए वैश्विक प्रमुख प्रेरक के रूप में कार्य कर सकें।