Vikram-S Launch Live Update: भारत ने आज स्पेस सेक्टर में इतिहास रचने की ओर एक कदम बढ़ाते हुए देश के पहले प्राइवेट रॉकेट विक्रम-एस को लॉन्च कर दिया है। बता दें इस रॉकेट का नाम विक्रम एस रखा गया है। हैदराबाद में स्थित स्काईरूट एयरोस्पेस कंपनी की ओर से इसे बनाया गया है। शुक्रवार सुबह विक्रम-एस की लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से की गई है। खास बात यह है कि यह देश की स्पेस इंडस्ट्री में प्राइवेट सेक्टर के प्रवेश की पहली उड़ान है।
क्या है राकेट विक्रम-एस (What is Vikram-S Rocket)
रॉकेट विक्रम एस का नाम भारत के महान वैज्ञानिक और इसरो के संस्थापक डॉ विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है। गौरतलब है कि भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्द्धन और प्राधिकरण केंद्र के अध्यक्ष पवन गोयनका की ओर से इस रॉकेट को लेकर साझा जानकारी में बताया गया कि यह स्पेस सेक्टर में भारत के निजी क्षेत्र की पहली उड़ान है। इस दौरान उन्होंने स्काईरूट को रॉकेट के प्रक्षेपण के लिए अधिकृत की जाने वाली पहली भारतीय कंपनी बनने के लिए बधाई भी दी।
India’s first ever private rocket Vikram-S, named after Vikram Sarabhai, launched from Sriharikota in Andhra Pradesh. The rocket has been built by “Skyroot Aerospace”. pic.twitter.com/DJ9oN0LPfH
— ANI (@ANI) November 18, 2022
बता दे इस मौके पर केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में उन्होंने विक्रम-एस की लॉन्चिंग को लेकर कहा कि भारत इसरो के दिशा-निर्देशों के तहत श्रीहरिकोटा से स्काईरूट एयरस्पेस के विकसित पहले निजी रॉकेट का प्रक्षेपण करके इतिहास रचने की ओर एक कदम आगे बढ़ गया है।
भारत के इतिहास से जुड़ा विक्रम-एस रॉकेट (India’s first privately developed Vikram-S Rocket Launch)
विक्रम-एस ने सब ऑर्बिटल से उड़ान भरी है। विक्रम एस की उड़ान के साथ ही स्पेस की दुनिया में प्राइवेट स्पेस के रॉकेट लॉन्चिंग के साथ भारत इस लिस्ट में दुनिया के अग्रणी देशों में शुमार हो गया है। विक्रम सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसकी लॉन्चिंग के बाद 21 किलोमीटर की ऊंचाई तक इसे पहुंचाने की बात सामने आई है। बता दे इस मिशन में 2 घरेलू और एक विदेशी ग्राहक के तीन पेलोड को एक साथ लेकर उड़ान भरी गई है।
इस कड़ी में विक्रम-एस उप-कक्षीय उड़ान में चेन्नई के स्टार्ट-अप स्पेस किड्ज, आंध्र प्रदेश के स्टार्ट-अप एन-स्पेस टेक और आर्मेनियाई स्टार्ट-अप बाजूमक्यू स्पेस रिसर्च लैब के तीन पेलोड ले जा रहा है। ऐसे में प्राइवेट सेक्टर की यह स्पेस में पहली उड़ान है।
Vikram-S रॉकेट की लॉन्चिग का बजट (Vikram-S Launching Budget)
ऐसे में बात Vikram-S रॉकेट के लॉन्चिग बजट की करें, तो बता दे कि इस काफी कम बजट में लॉन्च किया गया है। खास बात ये है कि इसकी सस्ती लॉन्चिंग के लिए इसके ईंधन में बदलाव किया गया है। जानकारी के मुताबिक इस लॉन्चिंग में आम ईंधन के बजाय LNG यानी लिक्विड नेचुरल गैस और लिक्विड ऑक्सीजन (LoX) का इस्तेमाल किया गया है।
LNG यानी लिक्विड नेचुरल गैस एक ऐस किफायती ईंधन है, जो सस्ता होने के साथ-साथ प्रदूषण मुक्त भी है। यह ईंधन के साथ रॉकेट की सफल लॉन्चिंग को लेकर स्काईरूट एयरोस्पेस कंपनी काफी गंभीर है। ऐसे में कंपनी ने लॉन्चिंग से पहले कई तरह से रॉकेट की टेस्टिंग भी कर ली है।